खतौली विधायक विक्रम सैनी ने कहा कि रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह को पत्र नहीं लिखना चाहिए था। उन्होंने गलत जगह पत्र लिखा है। अगर कानून हैतो सदस्यता जाएगी, पत्र से क्या फर्क पड़ता है। अगर सदस्यता चली भी जाती है तो वह भाजपा के लिए कार्य करते रहेंगे। अगर सदस्यता जाने का कानून है तो विधानसभा अध्यक्ष भी नहीं रोक सकते।
