दुष्कर्मियों को बीच चौराहे पर हो फांसी- उषा ठाकुर<br />अंतिम संस्कार भी न हो, चील-कौए नोंच-नोंच कर खा जाएं<br />इसके बाद कोई बेटियों को हाथ लगाने की हिम्मत नहीं करेगा<br />ऐसे पिशाचों का क्या मानवाधिकार<br />महू के कोदरिया गांव में पहुंची थीं संस्कृति मंत्री<br />ग्रामीणों को किया सम्मानित