ऐसी ही रैली वर्ष 2014 में स्वर्ण जयंती स्टेडियम में हुई थी। उस समय तत्कालीन थल सेना अध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह व सेना के अन्य बड़े अधिकारी झुंझुनूं आए थे। अभी सेना के अधिकारी समस्या जान कर समाधान कर रहे हैं, जो समाधान अब नहीं होंगे वे 14 जनवरी की रैली में कर दिए जाएंगे।
