चार-पांच साल पहले का है मामला<br />डिलीवरी के दौरान इंजेक्शन लगाने से महिला का निचला हिस्सा हुआ था प्रभावित<br />इस मामले में पूर्व में जांच कमेटी बनी थी<br />कमेटी ने डॉक्टर की लापरवाही नहीं पाई<br />महिला ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया