इसे सुनें<br />यह कहानी है दानाबाद गांव में पैदा हुए खरल कबीले के एक लड़के मिर्ज़ा और उसके मामा की बेटी साहिबा की। मिर्ज़ा बचपने से ही अपने मामा के यहां रहता था। मिर्ज़ा और साहिबा बचपन से एक दूसरे के साथ खेल कूद कर बड़े हुए। बचपन का ये साथ जवानी तक पहुंचते पहुंचते मोहब्बत में बदल गया था।<br />#hindi<br />#hindilovestories<br />#sadlovestory<br />
