तारतम सागर <br /><br />उन सब सुन्दरसाथ को, करूं दण्डवत प्रणाम।। रास. रास ग्रन्थ में अक्षरातीत श्री राज जी के द्वारा श्री कृष्ण का तन धारण करके अपनी आत्माओं के साथ की गयी पवित्र प्रेम लीला का वर्णन है । परब्रह्म श्री प्राणनाथ जी की रसमयी ब्रह्मलीला ही रास है ।<br /><br />#TartamSagar #pranamibhajan #krishna #krishnasongs #malatiojha <br /><br />Song used in this video is not my creation, you tube music policies song has been used in this video, credit of song goes to there original creator.