फागोत्सव में बरसे गुलाल के रंग में गूंजे भजन <br />पुष्टिकर समाज की मातृशक्ति के हुए फागोत्सव में बरसे भजन, खिले गुलाल के रंग <br />आवै खेलण न होली री रसियो कानो जी, खेलो नी खेलो मो संग होली खेलो नंद लाल, रंग मत ङाले साँवरिया म्हारो गुजर मारे रे सरीखे भजनों की प्रस्तुतियां