इसमें भक्त और भगवान के अटूट प्रेम को दिखाया गया है। इसे सूरज दाधीच ने लिखा है। दाधीच ने बजरंग लाल शर्मा के साथ मिलकर इसके गाने भी लिखे हैं। गानों को संगीत से सजाया है नारायण दत्त ने।<br />रमनेश प्रोडक्शन के बैनर तले बनी राजस्थानी फिल्म नानी बाई को मायरो 13 मई 1988 को सेंसर से पास हुई। निर्माता-निर्देशक रमनेश पुरी की यह फिल्म नरसी भक्त की पुत्री नानी बाई का मायरा भगवान कृष्ण द्वारा भरे जाने की कहानी है।<br />फिल्म में आलोक नाथ, नीलू, राजा बूंदेला, रमेश तिवारी, राजेश पुरी, दिनेश कौशिक पुनीत इस्सर और राकेश पांडे ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं।<br /><br />कास्ट एंड क्रू<br />सेंसर : 13 मई 1988<br />प्रस्तुति : बजरंग लाल शर्मा<br />बैनर : रमनेश प्रोडक्शन<br />निर्माता-निर्देशक : रमेनेश पुरी<br />स्पेशल इफेक्ट्रस : डाहया भाई<br />मेकअप : अनिल गिरे<br />वेशभूषाकार : किशन सुपेकर<br />नृत्य : सत्यनारायण<br />एडिटर : सुबोध शुक्ला<br />डीओपी : विजय पटनी<br />लेखक : सूरज दाधीच<br />गीत : सूरज दाधीच, बजरंग लाल शर्मा<br />संगीत : नारायण दत्त<br />कलाकार : आलोक नाथ, नीलू, राजा बूंदेला, रमेश तिवारी, राजेश पुरी, दिनेश कौशिक पुनीत इस्सर और राकेश पांडे<br /><br />