महावीर जयंती के अगले दिन जबलपुर में होने वाला ऐतिहासिक कवि सम्मलेन इस बार हंगामे की भेंट चढ़ गया। समाज के कुछ युवकों ने कवियों की हूटिंग की, जिससे वह मंच छोड़कर भाग गए।