मेदांता अस्पताल के एंडोक्राइन और ब्रेस्ट सर्जरी के निदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि चारों के बढ़ने की समस्य (मोइटर) का पता लगाना आसान हो गया है। कई नई तकनीक और जाच आ गई है, जिससे रोगी का दर्द कम हुआ है। अब थाइरॉइड की सर्जरी बिल्कुल सुरक्षित है। इसमें रक्तसाव कम हो गये है। आजकल रोबोट असिस्टेड रोड किया जा रहा है, जिसका निशान ही नहीं पड़ता है। यह सामान्य राजनी के मुकाबले बिल्कुल दर्द रहित है। कार्यक्रम निदेशक डॉ. दीपक अग्रवाल ने बताया कि गोइटर एक सामान्य बीमारी है। गर्दन के सामने और न ही कम बिस्तर पर लेटने कॉलेज के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो. गई। वक्ताओं से डॉक्टरी और सृजन के रूप में सामने आती है. लेकिन इसे नजर अंदाज नहीं किया जाना चाहिए। एंडोस्कोपिक सर्जरी भी की जा रही है। <br />For More Latest News: https://www.jaihindtimes.in/<br />Follow Us on Jaihindtimes <br />Facebook : https://www.facebook.com/jaihindtimesnews<br />Instagram: https://www.instagram.com/jaihindtimes.in/<br />YOU TUBE : https://www.youtube.com/@BHOKAALNEWSJAIHINDTIMES<br />TWITEER : https://twitter.com/jaihindtimes<br />DAILY MOTION : https://www.dailymotion.com/jaihindtimes<br /><br /><br />Dr. Amit Agarwal, Director of Breast Surgery #breastcancer #thyroid #jaihindtimes #ima #kanpurima