♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं?<br />लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br />⚡ आचार्य प्रशांत से जुड़ी नियमित जानकारी चाहते हैं?<br />व्हाट्सएप चैनल से जुड़े: https://whatsapp.com/channel/0029Va6Z...<br /><br />---------------<br /><br />वीडियो जानकारी: 04.06.24, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा<br />05.06.24, गीता समागम, ग्रेटर नॉएडा <br /><br />प्रसंग: <br />"जो मैं बौरा तो राम तोरा<br />लोग मरम का जाने मोरा।<br /><br />मैं बौरी मेरे राम भरतार<br />ता कारण रचि करो स्यंगार।<br /><br />माला तिलक पहरि मनमाना<br />लोगनि राम खिलौना जाना।<br /><br />थोड़ी भगति बहुत अहंकारा<br />ऐसे भगता मिलै अपारा।<br /><br />लोग कहें कबीर बौराना<br />कबीर का मरम राम जाना।"<br />~ कबीर साहब <br /><br />बैद मुआ रोगी मुआ, मुआ सकल संसार।<br />एक कबीरा ना मुआ, जाके राम अधार।।<br />~ कबीर साहब <br /><br />निर्गुण सगुण दोउ से न्यारा, कहैं कबीर सो राम हमारा।<br />~ कबीर साहब <br /><br />एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा।<br />एक राम का सकल पसारा, एक राम है सबसे न्यारा॥<br />~ कबीर साहब <br /><br />राम ब्रह्म परमारथ रूपा। अबिगत अलख अनादि अनूपा॥<br />सकल विकार रहित गतभेदा। कहि नित नेति निरूपहिं वेदा॥<br />~ रामचरितमानस<br /><br />कबीर कुत्ता राम का, मोतिया मेरा नाऊँ।<br />गले राम की जेवड़ी, जित खींचे तित जाऊँ॥<br />~ संत कबीर <br /><br />क्षिप्रं भवति धर्मात्मा शश्वच्छान्तिं निगच्छति।<br />कौन्तेय प्रतिजानीहि न मे भक्तः प्रणश्यति।।9.31।।<br /><br />हे कौन्तेय, वह शीघ्र ही धर्मात्मा बन जाता है और शाश्वत शान्ति को प्राप्त होता है। तुम निश्चयपूर्वक सत्य जानो कि मेरा भक्त कभी नष्ट नहीं होता।।<br /><br />~ श्रीमद् भगवद् गीता (9.31)<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~