Surprise Me!

बताओ क्या चाहिए - पैसा, ताकत, सुख, सेक्स? || आचार्य प्रशांत (2024)

2024-08-28 3 Dailymotion

‍♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:<br />https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br /> आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?<br />फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...<br /><br />➖➖➖➖➖➖<br /><br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: 23.05.24, वेदान्त संहिता, ग्रेटर नॉएडा <br /><br />प्रसंग: <br />कठोपनिषद, श्लोक 1.1.24<br /><br />एतत्तुल्यं यदि मन्यसे वरं वृणीष्व वित्तं चिरजीविकां च। <br />महाभूमौ नचिकेतस्त्वमेधि कामानां त्वा कामभाजं करोमि ॥ २४ ॥ <br /><br />अन्वय:<br />नचिकेतः= हे नचिकेता; वित्तम् चिरजीविकाम् = धन, सम्पत्ति और अनन्तकाल तक जीने के साधनों को; यदि त्वम् = यदि तुम; एतत्तुल्यम् = इस आत्मज्ञानविषयक वरदान के समान; वरम् मन्यसे वृणीष्व = वर मानते हो तो माँग लो; च महाभूमौ = और तुम इस पृथ्वीलोक में; एधि = बड़े भारी सम्राट् बन जाओ; त्वा कामानाम् = (मैं) तुम्हें सम्पूर्ण भोगों में से; कामभाजम् = अति उत्तम भोगों को भोगने वाला; करोमि = बना देता हूँ ॥२४॥<br /><br />अर्थ:<br />हे नचिकेता! इस वर की तरह यदि कोई अन्य वर तुम्हारी दृष्टि में हो, तो उसे मुझसे माँग लो। धन-सम्पदा तथा अनन्तकाल के निमित्त उपयोगी सुख-साधनों (चिरस्थायी आजीविका) को माँग लो। हे नचिकेता! तुम इस विस्तृत पृथ्वीलोक पर वृद्धि प्राप्त करो। हम तुमको कामनाओं (भोगों) का इच्छानुकूल उपभोग करने वाला बना देते हैं।<br /><br />~ गुरुतत्त्व क्या है? उसका स्वभाव क्या है?<br />~ गुरु कौन है?<br />~ ज्ञान से वंचित रहना किसका काम है?<br />~ वास्तविक रूप में गुरु माने क्या?<br />~ आत्मज्ञान क्या है?<br /> ~ आत्मज्ञ कौन है?<br />~ आत्मविद्या क्या है?<br />~ रिश्ता कब रौनक पा जाता है, ऊंचाई पा जाता है, खुशबू पा जाता है?<br />~ कौन बाहर गुलामों की ज़िंदगी जिएगा?<br />~ क्यों संस्था जो काम कर रही है वो इतिहास में पहली बार हो रहा है?<br /><br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~

Buy Now on CodeCanyon