♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं?<br />लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br /> आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?<br />फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...<br /><br />➖➖➖➖➖➖<br /><br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: 31.01.24, गीता समागम, ग्रेटर नॉएडा <br /><br />प्रसंग: <br />~ मन को शांति चाहिए, दिक्कत ये होती है कि अहम अपनी चाह को ही अपनी पात्रता बना लेता है।<br />~ अहम ने अपने इर्दगिर्द संसार क्यों तैयार करा है?<br />~ अहम सच के संपर्क में आकर क्यों टूटता है?<br />~ मैं कहने का अर्थ होता है, अपने मुक्त स्वतंत्र अस्तित्व की घोषणा करना।<br />~ परतंत्रता का एक लक्षण होता है स्वतंत्रता की प्यास। जो परतंत्र होगा उसके मन में कहीं न कहीं आजादी का भाव उठेगा।<br />~ जहाँ जो है नहीं हम उसकी आस बांध लेते हैं, शास्त्र में अविद्या की यही परिभाषा है।<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~