प्रतापगढ़. जिलेभर में शनिवार को जलझूलनी एकादशी मनाई गई। इस मौके पर ठाकुरजी को ठाट-बाट से बेवाण में विराजित कर शोभायात्रा निकाली गई। मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना के बाद ठाकुरजी नगर भ्रमण पर निकले। शहर के 26 मंदिरों से बेवाण निकाले गए। सभी गांधी चौराहे पर एकत्रित हुए और यहां से सभी एक साथ शोभायात्रा के रूप में रवाना हुए। इसको देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने दिनभर व्रत, उपवास रखकर ठाकुरजी के दर्शन करने के बाद आहार ग्रहण किया। बेवाण देखने के लिए सुबह 11 बजे से ही आस.पास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग प्रतापगढ़ पहुंचना शुरू हो गए थे। दोपहर तक शहर के बाजार चौराहों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु जमा हो गए। दोपहर को अलग-अलग मंदिरों से बेवाण गांधी चौराहा पर पहुंचना शुरू हो गए। दो दर्जन से भी अधिक बेवाण एक साथ शोभायात्रा के रूप में रवाना हुए। जो दीपेश्वर तालाब पहुंचे। जहां भगवान को जल में झुलाया गया। इसके बाद प्रसादी बांटी गई। झांसड़ी के तेजराज पणियां ने बताया कि गांव में बेवाण निकाले। गोपाल मंदिर से निकली भगवान की यात्रा चारभुजा मंदिर होते हुए बावड़ी पर बनाए गए चबूतरे तक बड़ी धूमधाम से पहुंची। यहां भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना की गई। परपंरा अनुसार भगवान की यात्रा व्यास मोहल्ले में रोकडिय़ा हनुमान जी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री भंवर लाल जी व्यास के घर पहुंची।<br /><br />गांधी चौराहे पर उमड़े लोग, अखाड़ा कलाकारों ने दिखाए करतब<br />इस दौरान शहर के गांधी चौराहे पर लोग उमड़ पड़े। यहां विभिन्न व्यायामशालाओं के कलाकारों ने कई हैरत अंगेज करबत दिखाए। शहर की प्रमुख व्यायामशालाओं की ओर से करतब दिखाए गए। गांधी चौराहे पर बाल कलाकारों की ओर से प्रस्तुत करतब आकर्षण का केन्द्र रहे। इस वर्ष भी क्रेन की मदद से भी कई करतब दिखाए गए।<br />