♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:<br />https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br /> आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?<br />फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...<br /><br />➖➖➖➖➖➖<br /><br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: <br /><br />प्रसंग: <br />~ भीतरी श्रम की समस्या क्यों है?<br />~ अहंकार क्या है?<br />~ बाहरी श्रम की समस्या का समाधान कैसे हो गया?<br />~ क्यों आज के आदमी के लिए जिम और स्पोर्ट्स एक बहुत बड़ी जरूरत बन गई हैं? <br />~ मुल्क जितना विकसित होता है, उसके मेडल स्पोर्ट्स में उतने ज्यादा क्यों होते हैं?<br />~ क्यों कोई गरीब मुल्क पदक तालिका में ऊपर नहीं दिखता?<br />~ साम्यवाद अप्रासंगिक क्यों होता चला गया?<br />~ आराम (leisure) का सदुपयोग कैसे करें?<br /><br />यदा नाहं तदा मोक्षो यदाहं बन्धनं तदा। <br />मत्वेति हेलया किञ्चित् मा गृहाण विमुञ्च मा ॥ <br />अष्टावक्र गीता - 8.4<br /><br />अनुवाद: जब 'मैं' नहीं है, तब मोक्ष है और जब 'मैं' है, तब बंधन है। <br />यह जानकर जरा भी ज़ोर लगाए बिना, वह मुक्त हो जाता है।<br /><br />References:<br />Data | Does economy determine a country's performance at Olympics?: https://www.thehindu.com/data/data-do...<br /><br />Marx's theory of alienation: https://en.wikipedia.org/wiki/Marx%27...<br /><br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~