जम्मू-कश्मीर प्रशासन और पर्यटन विभाग बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के बाद सीमा क्षेत्रों में शांति आई है। इसी के तहत, सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में बाबा चमलियाल मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। बाबा चमलियाल मंदिर, जो पहले भारत-पाक सौहार्द का प्रतीक था, अब पर्यटकों को भी आकर्षित कर रहा है। मंदिर समिति के प्रधान बिल्लू चौधरी ने इस पहल को विकास और रोजगार का बड़ा जरिया बताया। सांबा के उपायुक्त राजेश शर्मा ने कहा कि जिले की 55 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई ऐतिहासिक स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं और होम स्टे योजना से आवास की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।<br /><br />#BorderTourism #BabaChamalialTemple #JammuAndKashmirTourism #SambaTourism