♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:<br />https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br /> आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?<br />फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...<br /><br />➖➖➖➖➖➖<br /><br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: 28.09.23, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नॉएडा <br /><br />प्रसंग: <br />~ दुःख क्यों आता है?<br />~ जीवन से दुःख कैसे हटाएँ?<br />~ समस्या क्या है? समस्या को जानना क्यों ज़रूरी है?<br />~ दुःख किसपर निर्भर है?<br />~ दुःख के प्रति सहानुभूति क्यों नहीं रखनी चाहिए?<br />~ दुःख है भी या बस माने बैठे हो?<br />~ दुःख क्यों उठता है?<br />~ दुःख दूर कैसे करें?<br />~ असली मस्ती की सबसे बड़ी दुश्मन नकली मस्ती होती है। <br /><br />यज्ञ से देवताओं को आगे बढ़ाओ, तो वो दैवत्य तुम्हारी उन्नति करेंगे। इस तरह परस्पर (आपस में) उन्नति करते हुए तुम परम श्रेय प्राप्त करते हो। <br />भगवद् गीता - 3.11<br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~