जयपुर: अजमेर शरीफ दरगाह के हिंदू मंदिर होने के दावे वाली याचिका कोर्ट में दायर करने वाले विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमितोष पारीक ने कहा कि यह विवाद हिंदू पक्ष द्वारा वहां शिव मंदिर होने और उसे तोड़कर दरगाह बनाए जाने के दावे पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यह विषय न्यायालय के सामने है और वहां "वर्शिप राइट" की बहाली की मांग की गई है। न्यायालय और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य ही यह तय करेंगे कि क्या वाकई वहां शिव मंदिर था। पारीक ने अपने बयान में ‘अजमेर हिस्टोरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव’ नाम की किताब का हवाला दिया, जिसे तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर हरबन शारदा ने लिखा था। उन्होंने कहा, शारदा जी की पुस्तक में यह उल्लेख है कि दरगाह के निर्माण के लिए न तो जमीन का अधिग्रहण किया गया और न ही वहां कोई खाली जमीन थी।<br /><br />#ajmersharif #dargah #ajmer #rajasthan #shivmandir #vishwahinduparishad