सफलता और असफलता को समान भाव से देखो।<br />जो स्थिर चित्त रहता है, वही सच्ची शांति पाता है।<br />जीवन में सुख-दुख समान रूप से आते हैं।<br />संतुलन बनाए रखना ही असली योग है।