सवाईमाधोपुर. सर्दी के मेवा के नाम से सवाईमाधोपुर का अमरूद देश-विदेश तक मशहूर है। अमरूदों की मिठास दूर-दूर तक फैली है लेकिन बीते कुछ दिनों से मावठ की बारिश व सर्द मौसम ने अमरूदों का जायका बिगाड़ दिया है। नमी की अधिकता से अमरूदों की गुणवत्ता खराब हो रही है। <br />वर्तमान में चकचैनपुरा स्थित अमरूद मण्डी में अमरूदों के थोक भाव 15 से 16 रुपए प्रति किलो है, जबकि कुछ दिन पहले भाव 20 रुपए प्रति किलो थे। ऐसे में खराब मौसम से अमरूदों के थोक भाव पांच रुपए प्रति किलो कम हो गए है। इससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। चकचैनपुरा स्थित अमरूद मण्डी में कम दामों पर ही किसानों को अपना माल बेचना पड़ रहा है। <br />अमरूद को नुकसान पहुंचा रही बारिश<br />पिछले कुछ दिनों से मावठ, कोहरा व शीतलहर से अमरूद जल्दी पक रहे है। बारिश के दौरान अमरूद कम समय में पक जाता है। पके हुए फल का किसानों को बाजार भाव नहीं मिलता है। बारिश के बाद अमरूद पीला पड़ रहा है और फल झडऩे की शिकायतें मिल रही है। <br />बाजार में खुदरा भाव 40 रुपए किलो <br />जिले में इन दिनों अमरूदों की बंपर पैदावार हो रही है। चकचैनपुरा स्थित अमरूद मण्डी, बजरिया में सब्जी मण्डी में व्यापारी व ठेकेदार किसानों से 15 रुपए प्रतिकिलो थोक भाव की दर से अमरूद खरीद रहे है, जबकि बाजार में ठेलों व अन्य जगहों पर अमरूदों के खुदरा भाव 40 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से बेच रहे है।<br />इन शहरों तक हो रही सप्लाई <br />यहां से अमरूद की सप्लाई जयपुर, दिल्ली, मुम्बई, आगरा, कोटा, भरतपुर, गंगापुरसिटी, हिण्डौनसिटी, पंजाब, हरियाणा तक होती है। यहां से प्रतिदिन करीब तीन दर्जन से अधिक छोटी गाडिय़ां(मेटाडोर)से अमरूद आस-पास के गांवों से लदान होकर जयपुर, दिल्ली सहित अन्य राज्यों की मण्डियों में पहुंच रहा है।<br />फैक्ट फाइल...<br />- जिले में अमरूदों के बगीचे लगे-12 हजार 500 हजार हैक्टेयर<br />-अमरूद खेती से जुड़े परिवार-20 हजार<br />-सीजन में कारोबार की उम्मीद-डेढ़ लाख मैट्रिक टन<br />......................<br />इनका कहना है...<br />पिछले कुछ दिनों से मावठ की बारिश से अमरूदों की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। नमी होने से अमरूदों के फल जल्दी पक रहे है। लगातार नमी होने से फलों में फंगस व फलों को खराब हो रहा है। <br />डॉ.हेमराज मीणा, उपनिदेशक, उद्यान विभाग सवाईमाधोपुर <br /><br />