श्रीकरणी माता मंदिर में से शुरू हुई चार दिवसीय करणीकथा की शुरुआत झांकी और कलश यात्रा के साथ हुई। बबरमगरा के गणेश मंदिर से सर्व समाज की बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने भाग लिया। महिलाएं सर पर लाल चुनरी और कलश धारण कर कलश यात्रा में शामिल हुईं, जो करणी चारण छात्रावास में स्थित मंदिर तक पहुंची।<br />आयोजनकर्ता हडंवतदान और मंदिर प्रबंधन समिति के देशलदान देवल ने बताया कि कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ और यह आयोजन 18 से 21 फरवरी तक प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक चलेगा। कथा में करणी माता के जन्मोत्सव के साथ-साथ उनके जीवन दर्शन और महिमा का वाचन किया जाएगा। कथा का वाचन करणी भक्त महंत डॉ. करणी प्रताप सिंह चारण और किन्नु बन्ना करेंगे।