जमुई, बिहार: बिहार में जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड के एक छोटे से गांव के रहने वाले 30 वर्षीय युवक सिकंदर कुमार चंद्रवशी ने मिसाल कायम कर दी है। मेकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई कर चुके इस युवक को महानगरों में बड़े पैकेज की नौकरी के ऑफर थे, लेकिन उसने गांव लौटकर अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला लिया। पत्नी की असमय मौत ने उसे अंदर से तोड़ दिया था, लेकिन उसने हार नहीं मानी और खुद को संभालते हुए गांव में रेडीमेड गारमेंट की फैक्ट्री शुरू की। इस फैक्ट्री से न केवल वह लाखों का टर्नओवर कर रहा है, बल्कि रोजगार का भी एक बड़ा साधन बन गया है। लगभग दो दर्जन कारीगर जो पहले महानगरों में मजदूरी करते थे, अब अपने ही गांव में काम कर रहे हैं और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं। इस पहल ने न सिर्फ गांव में स्वरोजगार की मिसाल पेश की है, बल्कि युवाओं को भी यह संदेश दिया है कि बदलाव की शुरुआत अपने गांव से भी हो सकती है।<br /><br />#RuralEntrepreneurship #StartupSuccess #JamuiBihar #MadeInIndia #SelfReliance #VocalForLocal #YouthEmpowerment #GarmentIndustry #VillageStartup
