बेबाक भाषा के दो टूक कार्यक्रम में लेखक-विचारक राम पुनियानी ने बताया कि किस तरह से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दलितों बारे में सोच को विस्तार में बताया। कैसे दलितों के जातिगत उत्पीड़न से मुक्त होने के आंदोलन को कुंद करके, उनके आर्थिक सशक्तिकरण के रास्ते को बंद करने का रोडमैप बनाया गया है।