<p>कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता से तो हर कोई वाकिफ है लेकिन यहां कुछ जगह ऐसी भी हैं जहां पर प्राकृतिक सुंदरता होने के बावजूद यहां के लोगों के लिए कुछ दुश्वारियां भी हैं. गांदरबल जिले का सोनमर्ग, जहां की सुंदरता को निहारने दूर-दूर से लोग खिंचे चले आते हैं तो वहीं सोनमर्ग से लगभग 13 किलोमीटर दूर बालटाल के पास एक ऐसा गांव है, जो प्राकृतिक रूप से तो जन्नत है पर विकास को मोहताज है. ये है कश्मीर घाटी का आखिरी गांव सरबल. यहां पर लोगों की आबादी बहुत कम है, यहां के ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर लुभावनी खूबसूरती होने के बावजूद यहां पर उन्हें बुनियादी सुविधाओं के लिए सालभर संघर्ष करना पड़ता है. ठंड के महीनों में बर्फ से ढके रहने वाले इस गांव के लोग सड़कों की कमी और बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव जैसी गंभीर चुनौतियों से हर साल जूझते हैं. ग्रामीणों के मुताबिक, सरबल में पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होने की बहुत संभावनाएं हैं. यहां डुरिनार और बाराफसर की पहाड़ियों पर ट्रेकिंग भी होती है.</p>