पहली बार राष्ट्रीय ऊंट दौड़ प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिससे पारंपरिक खेलों और ऊंट संरक्षण को बढ़ावा मिला और स्थानीय पर्यटन को नई ऊर्जा मिली.