Sawan में क्यों चढ़ाते हैं Shivling पर जल, क्या है Samudra Manthan का वो अनसुना रहस्य? | भगवान शिव के 'नीलकंठ' बनने और सावन में जलाभिषेक के पीछे की वो कहानी जो आपने शायद ही सुनी होगी। <br /> <br />सावन का पवित्र महीना चल रहा है और हर तरफ 'हर हर महादेव' की गूंज है। भक्त इस महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब सावन में चारों ओर बारिश होती ही रहती है, तो फिर महादेव को अलग से इतना जल क्यों चढ़ाया जाता है? इस वीडियो में हम इसी रहस्य से पर्दा उठा रहे हैं और आपको उस पौराणिक कथा के बारे में बता रहे हैं जो सीधे समुद्र मंथन से जुड़ी है। <br />पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवताओं और असुरों ने अमृत के लिए समुद्र मंथन किया, तो उसमें से 14 रत्नों के साथ-साथ महाविनाशक 'हलाहल' विष भी निकला। इस विष की अग्नि से जब समस्त ब्रह्मांड जलने लगा, तब सृष्टि की रक्षा के लिए भगवान शिव ने उस विष का पान कर लिया। उन्होंने विष को अपने कंठ में ही रोक लिया, जिससे उनका कंठ नीला पड़ गया और वे 'नीलकंठ' कहलाए। <br /> <br />#Sawan2024 #Shivratri #mahashivratri #LordShiva #SamudraManthan #OneindiaHindi<br /><br />~HT.318~ED.276~