रक्षाबंधन पर्व पर जिला जेल में भी भावनाओं और अपनत्व की अनोखी मिसाल देखने को मिली। शनिवार सुबह से ही जेल परिसर में बहनों का आना-जाना शुरू हो गया। आंखों में आंसू और हाथों में राखी लिए जब बहनें अपने बंदी भाइयों से मिलने पहुंचीं तो माहौल भावुक हो उठा। आंसुओं से भीगी रेशम की डोर बांधते हुए बहनों ने अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना की, वहीं भाइयों ने बहनों को अपराध की राह छोड़कर सच्चाई और ईमानदारी से जीवन जीने का वादा किया।