राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर की ओर से पटवार परीक्षा-2025 का आयोजन जैसलमेर जिला मुख्यालय पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच रविवार को किया गया। इसके लिए 10 केंद्रों का गठन किया गया। सुबह 9 से 12 और सायं 3 से 6 बजे तक 2 पारियों में आयोजित परीक्षा के लिए कुल 4851 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। उनमें से 4139 ने परीक्षा दी और 712 जने अनुपस्थित रहे। इस प्रकार कुल 85.32 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। जानकारी के अनुसार पहली पारी में जहां 2426 में से 2038 उपस्थित रहे, इस तरह 84.00 प्रतिशत परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे। वहीं दूसरी पारी में 2425 में से 2101 हाजिर रहे और 324 गैरहाजिर रहे। 86.64 प्रतिशत ने परीक्षा दी। जैसलमेर के एसबीके कॉलेज में ओल्ड और न्यू कैम्पस, किशनीदेवी मगनीराम राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि, मिश्रीलाल सांवल कन्या महाविद्यालय, स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल, गांधी बाल मंदिर, स्वामी विवेकानंद बाल निकेतन, सेंट पॉल्स और इमानुएल मिशन में परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए थे।<br />कड़ी जांच के बाद प्रवेश<br />कर्मचारी चयन बोर्ड के निर्देशानुसार परीक्षार्थियों को कड़ी जांच के बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया गया। उन्हें दो घंटा पहले केंद्रों पर पहुंचने के लिए कहा गया था। जांच पड़ताल के बाद एक घंटा पहले उन्हें केंद्र में प्रविष्ट करवाया गया। यही कारण है कि परीक्षार्थी निर्धारित केंद्रों पर समय से दो-तीन घंटा पहले ही पहुंच गए थे। समय होने पर सबको कतारबद्ध कर उनके मूल पहचान पत्र आधार कार्ड व प्रवेश कार्ड आदि की जांच करने के बाद केंद्रों में प्रवेश दिया गया। महिला व पुरुष अभ्यर्थियों के लिए बोर्ड ने पहनावे से लेकर लेखन सामग्री आदि के बारे में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए थे। इस बार धार्मिक चिन्हों को लेकर लचीला रुख अपनाया गया।<br />कहीं खुशी तो कहीं मायूसी<br />परीक्षा केंद्रों से बाहर निकले परीक्षार्थियों के चेहरों पर मिलेजुले भाव देखने को मिले। जहां अनेक जने आपस में परीक्षा में आए सवालों को लेकर चर्चा कर रहे थे वहीं कई चेहरे उदास तो कइयों के चेहरों पर खुशी व उत्साह साफ दिखाई दे रहा था। सरकारी सेवा में चयनित होने की उम्मीद में परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों ने प्रश्रों को लेकर भी अलग-अलग राय रखी। किसी ने कहा कि प्रश्रपत्र उनकी सोच के मुताबिक आया तो कुछ ने कहा कि कई प्रश्र बहुत घुमा-फिरा कर पूछे गए।