सवाईमाधोपुर. त्रिनेत्र गणेश मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने कसी कमर कस ली है। इस बार जोगी महल परिक्रमा मार्ग व अमरेश्वर महादेव मार्ग को बंद रखने का निर्णय किया है। रणथम्भौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश जी का तीन दिवसीय लक्खी मेला 26 से 28 अगस्त तक होगा। मुख्य मेला 27 अगस्त को होगा। त्रिनेत्र गणेश मेले के संबंध में मंगलवार को जिला कलक्टर काना राम की अध्यक्षता में दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर प्रांगण में संबंधित विभागीय एवं त्रिनेत्र गणेश मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई।<br /><br />जिला कलक्टर ने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो तथा सभी व्यवस्थाएं पुख्ता एवं गुणवत्ता के साथ पूरी हो। हर व्यक्ति का जीवन अमूल्य है। मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हो। जिला कलक्टर ने रणथम्भौर टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों की हाल की गतिविधियों को देखते हुए वन क्षेत्र में बेरिकेटिंग, चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा गार्ड तैनात कर खण्डार, बोदल, उलियाणा से आने वाले अवैध रास्तों को पूर्णतः बंद करने का निर्णय किया है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित मार्ग से ही मंदिर पहुुंचे।<br />जोगी महल व अमरेश्वर महादेव मार्ग रहेगा बंद<br />मेला अवधि के दौरान 26 से 28 अगस्त तक आमजन की सुरक्षा को लेकर जोगी महल से प्रारंभ होने वाले मंदिर परिक्रमा मार्ग एवं अमरेश्वर महादेव मार्ग को बंद रखने का निर्णय किया है। कलक्टर ने यात्रियों के लिए परिवहन व्यवस्था मजबूत करने के लिए रोडवेज अधिकारियों को अतिरिक्त बसें लगाने और ओवरलोडिंग पर रोक के निर्देश दिए। राज्य सरकार के आदेशानुसार रेलवे स्टेशन से मेला पार्किंग स्थल तक 20 रुपए किराए पर 50 प्रतिशत रियायत लागू की जाएगी। यह सूचना सभी बसों पर चस्पा करने के निर्देश दिए गए।<br /><br />बिजली, पानी एवं सफाई पर रहे फोकस<br /><br />विद्युत निगम अधीक्षण अभियंता बीएल मीणा को रणथम्भौर दुर्ग क्षेत्र, जोगी महल से गणेशधाम सहित सम्पूर्ण मेला परिसर में बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने, साइलेंट जनरेटर लगाने और बारिश के दौरान करंट हादसों से बचाव के लिए पुख्ता इंतज़ाम करने के निर्देश दिए । मेले में साफ-सफाई के लिए सभी सफाई कर्मियों को रिफलेक्टर जैकेट पहनने होंगे। मंदिर परिसर व भण्डारे स्थलों पर डस्टबिन रखे जाएंगे। अस्थाई एवं मोबाइल शौचालय भी लगाए जाएंगे। मेले में जलभराव वाले स्थानों पर गोताखोर एवं एसडीआरएफ की टीमें तैनात रहेंगी। चौकसी के लिए पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम एवं चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे। चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी।<br />प्लास्टिक पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध<br />जिला कलक्टर ने कहा कि मेले में सिंगल यूज़ प्लास्टिक सामग्री जैसे पॉलिथीन, डिस्पोजल कप-प्लेट, चम्मच आदि पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। भण्डारे केवल निर्धारित स्थलों पर ही लगाए जाएंगे। नगर परिषद क्षेत्र में होटल राज पैलेस से सरस डेयरी ,डोसा कार्नर तक एवं पंचायत क्षेत्र में भण्डारे पार्क सीमा से बाहर हेलीपेड से मेन रोड के मध्य खाली भूमि पर ही लगाए जा सकेंगे। भण्डारा निःशुल्क होगा लेकिन प्रत्येक भण्डारे के लिए अमानता राशि जमा करानी होगी। आवेदन 24 अगस्त तक संबंधित अधिकारियों के पास जमा कराने होंगे।<br /><br />चिकित्सा एवं खाद्य सुरक्षा हेतु दल रहेंगे तैनात<br /><br />मेला क्षेत्र में चिकित्सा टीमों की 8-8 घंटे की पारियों में ड्यूटी रहेगी तथा एम्बुलेंस भी तैनात की जाएगी। खाद्य निरीक्षक और रसद विभाग की टीमें मिलावटी व सड़े-गले खाद्य पदार्थों की बिक्री रोकने के लिए निगरानी रखेंगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला रसद अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि भण्डारों में गुणवत्तापूर्ण व तय दर पर ही भोजन वितरित हो।<br />गणेशधाम तिराहे एवं रणथम्भौर दुर्ग स्थित मंदिर परिसर में 24 घंटे सक्रिय नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे। बैठक में उप वन संरक्षक रामानंद भाकर, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार , अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेंद्र सिंह , एसडीएम दामोदर सिंह, विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद , मंदिर ट्रस्ट महंत प्रतिनिधि हिमांशु गौतम आदि उपस्थित रहे।