<br />जैसलमेर जिले में नकली नोटों से जुड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने कार्रवाई कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से 500-500 रुपए के 125 जाली नोट और 4500 रुपए नकद सहित कुल 67 हजार रुपए बरामद किए गए। जैसलमेर में नकली नोटों पर यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। आगामी 18 अगस्त को असरूद अली पुत्र अमीरबक्स निवासी खानपुरा मोहनगढ़ ने पुलिस थाना मोहनगढ़ में रिपोर्ट दी थी कि उसके ई-मित्र केंद्र पर एक व्यक्ति ने गूगल पे से लेन-देन दिखाकर नकदी ली और बाद में नकली नोट थमा दिए। अगले दिन नोटों की जांच में 9 नोट नकली पाए गए। इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के आदेश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान जुगतावत, वृताधिकारी रूपसिंह इंदा, वृताधिकारी गजेन्द्रसिंह चम्पावत और प्रभारी डीसीआरबी भीमराव सिंह के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया।<br />समन्वित कार्रवाई में पुलिस ने मोहम्मद कुमैल उर्फ धनु पुत्र नजमुल निवासी चन्द्रगामा थाना बाईसी जिला पूर्णिया बिहार और उस्मान पुत्र इरफान निवासी गंगोह थाना गंगोह जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश को दबोच लिया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी नहरी क्षेत्र से बकरियां खरीदकर ले जाते थे और नकली नोट चलाकर धोखाधड़ी करते थे।<br /><br />पुलिस टीम में थाना नाचना के थानाधिकारी भुटाराम, हेड कांस्टेबल खेतपालसिंह, कांस्टेबल अशोक कुमार और कांस्टेबल हजारसिंह, थाना मोहनगढ़ के थानाधिकारी नाथूसिंह, थाना कोतवाली जैसलमेर के थानाधिकारी प्रेमदान और डीसीआरबी प्रभारी हैडकांजी भीमराव सिंह शामिल रहे।<br />गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में नकली नोटों के बड़े नेटवर्क के बारे में अहम सुराग मिलने की संभावना है। अनुसंधान जारी है।<br /><br />