पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। आरसीपी कॉलोनी रोड स्थित मोक्षधाम में उनका अंतिम संस्कार हुआ। उनके पुत्र डॉ. रमन चौधरी ने मुखाग्नि दी। इस दौरान हजारों ग्रामीण मौजूद रहे। सैन्य अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर दो मिनट का मौन रखा और श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि दिल्ली के अपोलो अस्पताल में बुधवार रात तबीयत बिगड़ने पर भर्ती करवाए गए कर्नल चौधरी का हार्ट सर्जरी के बाद निधन हो गया। उनकी पार्थिव देह एयर एंबुलेंस से बाड़मेर लाई गई और वहां से सड़क मार्ग से गुरुवार रात नौ बजे मोहनगढ़ पहुंची। गांव पहुंचने पर हरि भजनों का आयोजन किया गया। शुक्रवार सुबह 8 बजे के करीब उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव देह रखी गई।<br />नेताओं और जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा<br />कर्नल चौधरी की विदाई में राज्य मंत्री केके विश्नोई, बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी, जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, बाड़मेर विधायक प्रियंका चौधरी, पूर्व विधायक रूपाराम मेघवाल, पूर्व सांगसिंह भाटी, पूर्व मंत्री शाले मोहम्मद, पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इसी तरह 128 ईटीएफ के कर्नल मोहनसिंह राठौड़ और ग्रेफ अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। स्टेशन हेडक्वार्टर जैसलमेर के सेना अधिकारियों ने भी पुष्प चक्र अर्पित किया। ग्रामीणों और परिवारजन ने पुष्प अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दी। शव यात्रा मुख्य बाजार, चौक, पुलिस थाना और चौधरी चौक से होती हुई मोक्षधाम पहुंची। कर्नल चौधरी के अंतिम संस्कार के दिन बाजार पूरी तरह बंद रहा। यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी तैनात रहा। नाचना वृत्ताधिकारी गजेन्द्रसिंह, मोहनगढ थानाधिकारी नाथूसिंह, पीटीएम थानाधिकारी नरेन्द्र पंवार इस दौरान मौजूद रहे।