<p>जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में 23 अगस्त की रात भर भारी बारिश हुई. इसका असर ये हुआ कि निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. भारी बारिश की वजह से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने एक महत्वपूर्ण पुल समेत कई अहम बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा. कठुआ जिले में लोगेट मोड़ के पास भारी बारिश के कारण सहार खड्ड नाले के उफान पर आने से पुल का एक हिस्सा ढह गया. अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग के ट्रैफिक को दूसरे रास्ते से निकाला जा रहा है. किश्तवाड़ जिले के कुछ हिस्सों में रविवार सुबह भी बारिश हुई. इस बारिश ने चशोती गांव में हाल ही में हुई बादल फटने की घटना के बाद पहले से ही प्रभावित इलाकों में चिंता बढ़ा दी है. अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से जल निकायों और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने को कहा है. मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक मध्यम से तेज बारिश का अनुमान जताया है. साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की आशंका लगातार बनी हुई है.</p>