सम्यक चातुर्मास के अंतर्गत नगर में तपस्वियों का वरघोड़ा निकाला गया। साध्वी प्रशमिता महाराज, साध्वी अर्हमनिधि महाराज, साध्वी परमप्रिया महाराज और साध्वी अर्पणनिधि महाराज के सानिध्य में आयोजित इस आयोजन में आठ से ग्यारह उपवास करने वाले तपस्वियों को रथ में बिठाकर उनकी तपस्या की अनुमोदना की गई। वरघोड़ा प्रातः गड़ीसर चौराहे से प्रारंभ होकर सालिमसिंह हवेली, गोपा चौक, जिंदाणी चौक, गांधी चौक, महावीर मार्केट होते हुए जैन भवन तक पहुंचा। मार्ग में नगरवासियों ने पुष्प वर्षा और अक्षत अर्पण से तपस्वियों का सम्मान किया। पंचरंगी साफों में श्रावक वर्ग और लाल चुनड़ी में श्राविकाएं शासन ध्वज लेकर भजन गाते-नाचते हुए जिन शासन की जयकार कर रहे थे।
