विश्व आदिवासी अधिकार दिवस समारोह सम्पन्न<br /> समाज में एकता से ही हर काम होंगे, हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। ऐसे में आदिवासी समाज अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए मिलजुल कर आगे बढ़ें। वक्त को अपने अनुसार बनाकर सकारात्मक परिणाम हासिल करने का प्रयास करें। आदिवासी समाज धर्म व संस्कार को मानता है जो सदियों की परपंराओं व रीति-रिवाजों का मान रहा है। यह बात धनाऊ ब्लाॅक मुख्यालय पर विश्व आदिवासी दिवस समारोह में मुख्य अतिथि सांसद बांसवाड़ा-डूंगरपुर राजकुमार रोत ने कही। उन्होंने शिक्षा महत्व पर प्रकाश डालते हुए सक्षम नेतृत्व तैयार कर सही दिशा मे आगे बढने का संदेश दिया। विशिष्ट अतिथि विधायक आसपुर उमेश डामोर ने कहा कि शिक्षा और राजनीतिक चेतना आज के युग की महती आवश्यकता है। बिना शिक्षा समाज तरक्की नहीं कर सकता और बिना राजनीतिक चेतना के आगे नहीं बढ़ सकता। हमें अपनी एकता के साथ राजनीतिक चेतना व शिक्षा का अपना कर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि स्थानीय मांग आदिवासी जिलों की तरह बाड़मेर-जैसलमेर के लिए विशेष योजनाओं की बात को विधानसभा में रखेंगे।<br />विश्व आदिवासी अधिकार दिवस को लेकर विचार व्यक्त किए<br />पूर्व विधायक पदमाराम मेघवाल ने नशामुक्त बनकर 36 कौम को साथ लेकर चलने की बात कही। राष्ट्रीय अध्यक्ष ताराराम मेहना ने संविधान प्रदत्त हक, अधिकारों को हासिल करने की सार्थक रणनीति पर प्रकाश डाला। व्याख्याता नखताराम भील ने विश्व आदिवासी अधिकार दिवस को लेकर विचार व्यक्त किए। जिलाध्यक्ष अर्जुन भवानी, संरक्षक चांदाराम वाघेला, समाज सेवी विष्णु कागा, समाजसेवी गंगाराम मूढ़ धनाऊ, समाजसेवी फगलू राम पावड़, मदन सिंह सोढ़ा गोहड का तला, सरपंच मीठनशाह, रामचंद्र गढवीर, नरेश कुमार भील प्रधानाचार्य, रमेश खती, बाबूलाल भील, तिलोक सिंह परमार प्रधानाचार्य, मोती लाल कोडेचा विशिष्ट अतिथि रहे । जयकिशन जालोर, कुदन भील जोधपुर, हजारी राम भील जैसलमेर, जयसिंह भील जोधपुर, डॉ. रमेश कुमार भील जालोर, दानाराम भील बालोतरा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम सुव्यवस्थित आयोजित करने में सहयोगकर्ता सभी दानदाताओं का बहुमान किया गया। भीमाराम भील जालिला ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन व्याख्याता मघाराम भील एवं नखताराम भील गागरिया ने किया।<br />