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swm news: गिलाई सागर बांध की दीवार क्षतिग्रस्त, दर्जनों गांवों को खतरा

2025-09-05 41 Dailymotion

नायपुर (खंडार). जल संसाधन विभाग की अनदेखी क्षेत्र के गांवों में भारी पड़ रही है। गिलाई सागर बांध की दीवार क्षतिग्रस्त होने से अब दर्जनों गांवों को खतरा बना है। इसको लेकर जल संसाधन विभाग की अनदेखी की जा रही है।<br /><br />खंडार तहसील के तहत रणथंभौर अभ्यारण पेटे में स्थित गिलाई सागर बांध की सुरक्षा दीवार व इटावदा डांग क्षेत्र की तरफ बनी पाल तेज बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गई है।<br />बांध की मुख्य सुरक्षा दीवार तीन से चार जगहों से क्षतिग्रस्त है। दीवार से पत्थर उखड़ कर दरारें आ चुकीं हैं। इटावदा डांग क्षेत्र की तरफ बांध की मिट्टी से बनी कच्ची पाल भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। गिलाई सागर बांध की हालत कई जगहों से जर्जर हो रही हैं। इससे आसपास बसे गांवों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।<br /><br />छलकता बांध दे रहा टेंशन<br /><br />ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में लगातार मानसून सक्रिय होने से गिलाई सागर बांध एक माह से छलक रहा हैं। दर्जनों गांवों के खेतों में लबालब पानी भरा है। इससे किसानों की शत प्रतिशत फसल गलकर नष्ट हो चुकी हैं। पानी की अधिक आवक हुई तो क्षतिग्रस्त बांध के चलते लोगों को डर सता रहा है।<br />सुरक्षा दीवार पर उगी झाडि़यां, दरार की संभावना<br />बांध की मुख्य सुरक्षा दीवार पर घनी झाड़ियां और कटीलें पेड़ पौधे उग रहे है। इससे सुरक्षा दीवार को दरारे आने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में अगर दीवार को क्षति पहुंची तो बड़ा हादसा हो सकता है। इतना ही नहीं कंटीलें पेड़ पौधों से रास्ता अवरुद्ध है।<br /><br />इन गांवों को ख़तरा<br /><br />गिलाई सागर बांध की दीवार क्षतिग्रस्त होने से आधा दर्जन से अधिक गांवों में खतरा बना है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर बांध टूटा तो आसपास के गांव इटावद,कुशलपुर, गोठ बिहारी, सवांस तथा निचले इलाकों सहित अन्य गांवों को खतरा है।<br />.................<br /><br />ग्रामीणों की जुबानी...<br />सुरक्षा दीवार को बना खतरा<br />पेड़ों के कारण गिलाई सागर बांध की सुरक्षा दीवार के सहारें लगाया हुआ पिचिंग डैमेज हो सकता है। संभवत: सुरक्षा दीवार की सुरक्षा खतरे में आ सकती है। अगर ऐसा हुआ तो बहुत बड़ा हादसा होने की संभावना से नकारा नहीं जा सकता है। ऐसे में बढ़ रहे कटीलें पेड़ पौधों को यहां से हटाया जाए ताकि बांध सुरक्षित रह सकें।<br /><br />राजेश मंगल, किसान निवासी खंडार<br />बांध की मुख्य सुरक्षा दीवार तीन से चार जगहों से क्षतिग्रस्त है। पत्थर उखड़ने से उपर से नीचे तक दरारें आ चुकीं है। पानी निकासी मुख्य सुरक्षा दीवार व सीसी पिचिंग पानी के तेज बहाव में बह जाने व इटावदा डांग की तरफ बांध की कच्ची पाल गत दिनों क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इससे लोगों को ख़तरा बना है। बांध की मरम्मत होनी चाहिए।<br /><br />गोविंद सैनी, युवा, बड़ पाड़ा,गोठबिहारी<br />उच्च अधिकारी लें एक्शन<br />गिलाई सागर बांध की बार-बार सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होना, केबल सिंचाई विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते घटिया निर्माण करवाना इसका मुख्य कारण हैं। ऐसे में उच्च अधिकारियों को एक्शन लेना चाहिए।<br /><br />लखन सैनी, किसान निवासी गोठबिहारी<br />गिलाई सागर बांध का भराव क्षमता 24 फिट है लेकिन स्थिति यह कि करीब 8 फीट मिट्टी में मटियामेट यानी बांध रीट चुका है। बीचों बीच बांध में पहाड़ जैसे कई दूरी तक मिट्टी के टापू नजर आते हैं , उन पर भारी तादाद में जूली फ्लोरा फैला है।<br />बद्री लाल सैनी, किसान, बई पाड़ा,गोठबिहारी<br /><br />.....<br /><br />इनका कहना है<br />ग्रामीणों ने गिलाई सागर बांध की सुरक्षा दीवार व सीसी पिचिंग और इटावदा डांग क्षेत्र की तरफ बनी कच्ची पाल बारिश के चलते क्षतिग्रस्त तथा पिचिंग व रास्ते में उगी जुली फ्लोरा संबंधित मौखिक रूप से शिकायत की थी। इस प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लेते हुए जल संसाधन विभाग को सूचित कर दिया है। जल्द समस्या का समाधान किया जाएगा l<br /><br />पुष्कर सिंह, तहसीलदार, खंडार

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