निष्पक्ष जांच सहित अन्य मांगे प्रशासन ने मानी, देंगे करीब 50 लाख की सहायता<br />खेरली/अलवर. दौसा के जड़ाव फाटक के समीप मालगाड़ी की चपेट में आने से पुलिस उप निरीक्षक परीक्षा-2021 में चयनित राजेंद्र सैनी (30) की मौत के 44 घंटे बाद परिजनों ने शव लिया। पुलिस व प्रशासन के साथ हुई वार्ता में सात ङ्क्षबदुओं पर सहमति बनने के बाद मंगलवार सुबह से चल रहा धरना बुधवार शाम करीब छह बजे समाप्त हुआ। पोस्टमार्टम के बाद रात साढ़े आठ बजे परिजन शव लेकर गांव पहुंचे। जिसके बाद पुलिस सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई। दौसा विधायक दीनदयाल बैरवा ने बताया कि मृतक एसआई की पुलिस सम्मान से अंत्येष्टि, परिवार के एक सदस्य की अनुकंपा नियुक्ति का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे जाने, जीआरपी में मामला मर्ग में दर्ज कर निष्पक्ष जांच की मांग प्रशासन ने मानी है। परिवार को दुर्घटना बीमा, रेल विभाग से मुआवजा, मुख्यमंत्री सहायता कोष, पुलिस कल्याण निधि आदि से कुल करीब 50 लाख की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा जिला धौलपुर पुलिस में पदस्थापित पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को अंशदान के लिए प्रेरित कर राशि जुटाकर परिजनों को दी जाएगी। मृतक के परिवार को पांच बीघा कृषि भूमि आवंटन की मांग का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। धरना-प्रदर्शन में शामिल लोगों व संस्थाओं के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं करने पर सहमति बनी। अंत्येष्टि के दौरान अलवर से पुलिस की टुकड़ी ने सशस्त्र सलामी दी।<br /><br />खेरली का रहने वाला है मृतक एसआई <br />गौरतलब है कि खेरली निवासी मृतक राजेंद्र सैनी की 15 सितंबर की रात करीब 10 बजे दौसा रेलवे स्टेशन के समीप मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई थी। ट्रेनी एसआई राजेंद्र धौलपुर पुलिस लाइन में पोस्टेड था। वह दौसा में प्रतियोगी परीक्षा की तैयार कर रहे भाई सत्येन्द्र से मिलने आया था। जनप्रतिनिधियों, परिजनों व प्रदेशभर से आए चयनित पुलिस उपनिरीक्षकों ने भर्ती परीक्षा को लेकर सरकार के रवैये से राजेन्द्र सैनी के डिप्रेशन में होने की कहकर जिला अस्पताल में धरना शुरू किया था।