<p>असम में गुवाहाटी के एक व्यस्त इलाके में प्राचीन संगीत वाद्ययंत्रों और दशकों पुरानी गाड़ियों का अद्भुत संग्रह है. इन्हें देखते ही लोग अतीत की कल्पना में खो जाते हैं. ये हैं, प्रसेनजीत नारायण देव. दरंग के शाही परिवार के वंशज प्रसेनजीत व्यवसायी और संगीतकार हैं. उन्होंने दो संग्रहालय बनाए हैं. हर संग्रहालय पुराने सामानों का अनोखा संग्रह है. पहले संग्रहालय में पुराने ऑटोमोबाइल देखने को मिलते हैं, तो दूसरा संगीत परंपराओं की समृद्ध विरासत पेश करता है. 'पीजेज म्यूजियम ऑफ म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स एंड एंटीक कलेक्शन्स' नाम का संग्रहालय संगीत वाद्यों को समर्पित है. ये देसी और और पश्चिमी - दोनों परंपराओं के वाद्यों का समृद्ध संग्रह है. इनके अलावा प्राचीन घड़ियां, ग्रामोफोन और कलाकृतियां भी हैं, जिनमें से कुछ तो एक सदी से भी ज्यादा पुरानी हैं. इससे थोड़ी ही दूर प्रसेनजित का दूसरा संग्रहालय - 'विंटेज व्हील्स' है. यहां अलग-अलग समय की क्लासिक गाड़ियां देखने को मिलती हैं. दोनों संग्रहालय इतिहास की अनूठी झलक पेश करते हैं और लोगों को पिछली पीढ़ियों की कला, संस्कृति और शिल्पकला से रुबरु कराते हैं.</p>
