<p>कुल्लू: बंजार की तलाड़ा पंचायत की धन्ना देवी दीवारों पर आई दरारों पर हाथ फेरती हैं और दोनों हाथ सिर पर रखकर जमीन पर बैठ जाती हैं. खेतों की तरफ इशारा करके कहती हैं. 'भूस्खलन के चलते मकान के साथ-साथ खेत भी नष्ट हो गए हैं. घर के दोनों और बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, अगर आने वाले दिनों में बरसात होती हैं तो इससे उनके जान माल का भी खतरा बना हुआ है. हालांकि घर को खाली कर दिया है, लेकिन घर के सामान को कैसे बारिश और सर्दियों में सुरक्षित रख पाएंगे'<i>. </i>ये दर्द सिर्फ धन्ना देवी का नहीं है 270 परिवारों का है. ग्राम पंचायत तलाड़ा में 26 अगस्त से हुई भारी बारिश के चलते 130 घरों को नुकसान पहुंचा. इसमें 80 घर तो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए तो वही बाकी बचे हुए घर कभी भी गिरने की कगार पर हैं. ये कभी भी मलबे के ढेर में बदल सकते हैं. ग्राम पंचायत तलाड़ा में हालात ऐसे हैं कि यहां ना लोगों के पास जमीन है और ना ही रहने के लिए घर. पूरे गांव में 10 फीट से लेकर 20 फीट तक दरारें आई हुई हैं, जिस कारण खेत खलिहान भी उसकी चपेट में आ गए.</p>