गांधीनगर, गुजरात : गुजरात को आज सिंचाई के बेहतर संसाधनों और कृषि के नए-नए तरीकों के लिए जाना जाता है। एग्रीकल्चर सेक्टर में इस सफलता के पीछे है गुजरात सरकार की 'सुजलाम सुफलाम योजना'। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2003 में मुख्यमंत्री रहते हुए गुजरात में इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य महिसागर जिले में माही नदी पर बने कडाना डैम से नहर निकालकर राज्य के कई जिलों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना था। पानी की कमी वाले इलाकों के लिए सुजलाम सुफलाम स्प्रेडिंग कैनाल जीवनदायी साबित हुई है। लगातार पानी मिलने से जहां किसानों की उपज बढ़ी है, वहीं उनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी हुई है। लहलहाते खेत और किसानों के खिले चेहरे सुजलाम सुफलाम योजना की सफलता की गवाही दे रहे हैं। इस योजना को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में लगातार आगे बढ़ाते हुए 'सुजलाम सुफलाम 2.0' का संचालन किया जा रहा है। यह योजना जल प्रबंधन, भूगर्भ जल का स्तर बढ़ाने, चेक डैम और नहरों के निर्माण समेत पूरे राज्य में पानी की कमी को दूर करने में क्रांतिकारी साबित हो रही है।<br /><br /><br />#gujarat #bhupendrapatel