<p>शारदीय नवरात्र के शुरू होते ही झारखंड की राजधानी रांची का माहौल भक्तिमय हो गया है। लोग देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना कर रहे हैं, वहीं झारखंड आर्म्ड फोर्स वन (JAP-1) के गोरखा जवान अपने परंपरागत रूप में मां दुर्गा की पूजा अर्चना कर रहे हैं. यहां प्रतिमा स्थापित करने की परंपरा नहीं है, बल्कि कलश को ही देवी का रूप मानकर जवान शक्ति की आराधना करते हैं. विशेष बात यह है कि इस पूजा के साथ फायरिंग सलामी और शस्त्रों की पूजा की परंपरा भी जुड़ी हुई है. परंपरा के अनुसार मां शक्ति को फायरिंग कर सलामी दी जाती है. महानवमी का दिन गोरखा जवानों के लिए विशेष महत्व रखता है. इस दिन वे अपने हथियार मां दुर्गा के चरणों में अर्पित कर उनकी पूजा करते हैं. रांची के इस शक्ति पूजन का इतिहास भी करीब डेढ़ सौ साल पुराना है. समय के साथ गोरखा ब्रिगेड का स्वरूप बदलता रहा है, लेकिन पूजा की परंपरा आज भी उसी श्रद्धा और अनुशासन के साथ निभाई जा रही है.</p>