अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद के बाद आखिरकार टिकटॉक के भविष्य पर तस्वीर साफ हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत चीन की कंपनी बाइटडांस से टिकटॉक को अलग कर अमेरिकी निवेशकों के हाथों में सौंपा जा रहा है। यह फैसला उस कानून के मुताबिक है, जिसमें कहा गया था कि अगर टिकटॉक को अमेरिकी मालिक नहीं मिलेगा, तो उसे देश में बैन कर दिया जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से इस डील पर सीधे बातचीत की। ट्रंप ने कहा—“मैंने राष्ट्रपति शी से बात की और उन्होंने साफ कहा, ‘इसे आगे बढ़ाओ।’ अब टिकटॉक पूरी तरह अमेरिकी संचालित होगा।” इस डील के तहत अमेरिकी निवेशक 80 फीसदी हिस्सेदारी लेंगे। बाइटडांस और चीनी निवेशकों के पास 20% से भी कम हिस्सेदारी रहेगी। टिकटॉक का अमेरिकी वर्ज़न एक सात सदस्यीय बोर्ड द्वारा नियंत्रित होगा, जिनमें से छह सदस्य अमेरिकी साइबर सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ होंगे। व्हाइट हाउस के मुताबिक, नई अमेरिकी टिकटॉक कंपनी का मूल्यांकन 14 अरब डॉलर यानी लगभग 1.1 लाख करोड़ रुपये किया गया है। यह आंकड़ा बाइटडांस की कुल नेटवर्थ से काफी छोटा है, जिसका अनुमान करीब 330 अरब डॉलर है। तुलना के लिए, मेटा का बाजार मूल्य लगभग 1.8 ट्रिलियन डॉलर है। <br /> <br />#TikTok #tiktoknews #trumpontiktok #Trump #ChinaUSDeal #TikTokIndia #OneIndia #ByteDance #Oracle #BreakingNews<br /><br />~ED.110~HT.408~
