<p>राजस्थान के जयपुर की सांभर झील पर्यटन के साथ आस्था का केंद्र है. यहां दूर-दूर से पर्यटक वेदेशी पक्षियों को देखने के लिए पहुंचते हैं. तो वहीं माता संभरी के दर्शन कर आशीर्वाद लेते हैं. इसे रामसर साइट का दर्जा प्राप्त है और ये नमक की झील के रुप में फेमस है. वहीं स्थानीय लोगों की माने तो लगभग 40 साल बाद बड़ी संख्या में विदेशी बर्ड यहां पहुंची हैं. स्थानीय कारोबारी और पर्यटन से जुड़े लोग इन विदेशी पक्षियों के पहुंचने के साथ ही, टूरिज्म के क्षेत्र में नई संभावनाओं को तलाशने में जुटे हैं. सांभर में पर्यटन को बढ़ाने की दिशा में काफी काम हो रहा है. हाल ही में नवरात्रि के दौरान शाकंभरी मंदिर के बाहर पर्यटन विभाग की तरफ से विशेष आयोजन किए गए, जबकि हर साल टूरिज्म कैलेंडर में सांभर फेस्टिवल के नाम से एक इवेंट भी दर्ज हो चुका है. राजस्थान पर्यटन विभाग के मुताबिक इस साल जनवरी में 24 से 28 तारीख तक आयोजित इस महोत्सव में 2 लाख से ज्यादा देसी-विदेशी सैलानी यहां पहुंचे थे.</p>