फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने का आक्रमण किया। क्रेमलिन ने दावा किया कि इसका उद्देश्य पूर्वी यूक्रेन और क्रीमिया को नियंत्रण में रखना है। पश्चिमी देश—यूएस, यूरोप और नाटो—ने तुरंत आर्थिक प्रतिबंधों और हथियार सप्लाई के जरिए यूक्रेन का समर्थन शुरू किया। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में यूक्रेन को अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइलें देने की संभावना जाहिर की। यह मिसाइलें लंबी दूरी तक मार कर सकती हैं। रूस के भीतर गहराई तक घुसकर हमला कर सकती हैं। यूक्रेन का दावा है कि यूरोप के समर्थन से वह अपनी सीमाओं की रक्षा कर सकता है और कब्ज़े वाले क्षेत्रों को वापस ले सकता है। ट्रंप प्रशासन के प्रतिनिधि की ओर से संकेत दिया गया कि टॉमहॉक मिसाइलें यूक्रेन को दी जा सकती हैं। उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने बताया कि अमेरिका इस पर यूरोपीय सहयोगियों के अनुरोध को देख रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ही आख़िरी फैसला लेंगे। वहीं रूस का भी जवाब आ गया है..क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि कोई भी हथियार—चाहे टॉमहॉक हों या अन्य—जंग का संतुलन पूरी तरह नहीं बदल सकता। <br /> <br />#UkraineWar #RussiaUkraineConflict #TomahawkMissiles #WorldWar3 #USNATO #GlobalTensions #Kyiv #Moscow #MilitaryCrisis #Geopolitics #AsifIqbal #OneIndia #RussiaUkraineWar2025 #NATO #InternationalSecurity #MissileStrike #UkraineDefense #EuropeanSecurity #USWeaponsSupply #StrategicWeapons<br /><br />~HT.410~GR.124~
