जैसलमेर कलेक्ट्रेट के सामने निजी भूखंड पर संचालित अस्थाई मार्केट सेल को हटाने के लिए मंगलवार को नगरपरिषद का दस्ता पहुंचने पर वहां हंगामा मच गया। परिषद आयुक्त लजपालसिंह सोढ़ा ने सेल के संचालक जितेंद्र कुमार चूरा से कहा कि सेल की वजह से यातायात में अव्यवस्था उत्पन्न होने के आधार पर उपखंड अधिकारी ने पूर्व में जारी अनुमति को तुरंत प्रभाव से निरस्त कर दिया है। जिस पर जितेंद्र कुमार और उनके भाई विक्रम चूरा ने विरोध करते हुए बताया कि उन्हें इस संबंध में पूर्व में कोई सूचना नहीं दी गई। आयुक्त ने जब कार्रवाई पर जोर दिया तो वहां हंगामा मच गया। कई लोग जमा हो गए और परिषद की इस कार्रवाई का विरोध करने लगे। बाद में संबंधित व्यक्ति जिला कलक्टर से मिले और उनसे सेल का संचालन सुचारू रखने के लिए अनुमति देने की गुहार लगाई। आयुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन ने आवेदक को फायर और विद्युत व्यवस्था संबंधी एनओसी लेने के बाद पुन: सेल लगाने का आवेदन करने के लिए कहा है। प्रशासन के इस आश्वासन के बाद फिलहाल मामला शांत हो गया है।<br /><br />मामले ने पकड़ा तूल, फिर शांत<br /><br />इससे पहले कलेक्ट्रेट के सामने सेल को हटाने की कार्रवाई करने के लिए नगरपरिषद की जेसीबी, ट्रेक्टर आदि पहुंचने पर मामले ने तूल पकड़ लिया। संबंधित परिवार की महिलाएं भी विरोध जताने पहुंचीं। पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल ने प्रशासन के इस रवैये की आलोचना की और कहा कि भाजपा राज में स्थानीय लोगों को लगातार किसी न किसी कारण से परेशान किया जा रहा है। विक्रम ने बताया कि जिला कलक्टर ने एनओसी लेने के बाद पुन: अनुमति के लिए उनके पास आवेदन करने के लिए कहा है।