रायपुर का डब्ल्यूआरएस मैदान राजधानी के सबसे बड़े दशहरा उत्सव का गवाह बना। लोगों को अधर्म पर धर्म और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न देखने का अवसर मिला। उल्लास ऐसा कि हर रास्ते से लोगाें का रेला। देखते ही देखते पूरा मैदान 10 हजार से ज्यादा लोगाें से भर गया। ट्रेनों के पहिए थम गए।