<p>पंजाब के बठिंडा के रहनेवाले हरीचंद प्रजापति 215 देशों की प्राचीन करंसी को इकट्ठा कर चुके हैं. इन करंसी को इकट्ठा करने के लिए इन्हें अलग-अलग शहरों की यात्रा तक करनी पड़ी. इन करंसी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा, फूटपाथ से लेकर बाजार, संग्रहालय से लेकर लाइब्रेरी तक की खाक छाननी पड़ी. इंटरनेट और सोशल मीडिया नहीं होने की वजह से इनको जानकारी जुटाने के लिए इतिहास की किताबों का सहारा लेना पड़ा. कभी-कभी पैसे नहीं होने की वजह से सिक्कों को खरीदना तक टालना पड़ा, लेकिन परिवार का साथ मिला और परेशानियों से बाहर निकले. अब ये इन सिक्कों और नोटों की प्रदर्शनी लगाते हैं, ताकि बच्चों को इतिहास और प्रचीन मुद्रओं के बारे में बता सकें.</p>