ओरण-गोचर, नदी, तालाब, आगोर और खड़ीन-पायतन जैसी परंपरागत सार्वजनिक भूमियों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की मांग को लेकर जैसलमेर में चल रहे टीम ओरण के धरने को समर्थन देने ग्राम पंचायत ताड़ाना के सरपंच, ग्रामीण जनों व ओरण प्रेमी युवाओं ने ग्राम पंचायत भवन के बाहर धरना दिया। उन्होंने शनिवार को पंचायत स्तर पर आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर का सामूहिक बहिष्कार किया और अपनी मांगों से संबंधित लिखित ज्ञापन शिविर प्रभारी अतिरिक्त विकास अधिकारी हरि राम चौहान को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने ज्ञापन में मांग की कि ग्राम पंचायत ताड़ाना के अंतर्गत आने वाली ओरण-गोचर, नदी-नाले, तालाब व आगोर भूमि का राजस्व सर्वे करवाया जाए और इन भूमियों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए, ताकि भविष्य में इन पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण या अवैध उपयोग न हो सके। इसके साथ ही ग्रामीणों ने वर्ष 2004 में मुरब्बा अलॉटमेंट को लेकर भरी गई फाइलों को सक्षम करवाने तथा गांव के पात्र किसानों को बारानी भूमि अलॉटमेंट किए जाने की भी मांग रखी।