राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में बस्ती स्तर पर किए जा रहे पथ संचलनों की कड़ी में रविवार सुबह गीता आश्रम बस्ती की ओर से लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी और शाम के समय दुर्ग शाखा की ओर से श्रीलक्ष्मीनाथ बस्ती ने शहर के भीतरी प्रमुख भागों में पथ संचलन का आयोजन किया। साथ ही विजयदशमी पर्व के अंतर्गत शस्त्र पूजन के कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए जिला संघचालक चिरंजीलाल सोनी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का उल्लेख करते हुए बताया कि यह समय केवल उत्सव का नहीं बल्कि नवचेतना और नवदृष्टि का है। इसी दिशा में संघ ने आगामी वर्षों के लिए पंच परिवर्तन का संकल्प लिया है, जिसे पंच प्रण के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इन पंच प्रणों में सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वाधारित जीवनशैली और नागरिक कर्तव्य जागरूकता है। उन्होंने इन पंच प्रणों को संघ की शताब्दी वर्ष की दिशा और दृष्टि बताया और सभी से आह्वान किया कि वे इन संकल्पों को अपने जीवन में उतारकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन के वाहक बनें। दुर्ग शाखा के उत्सव में डॉ. शिवकुमार व्यास और गीता आश्रम बस्ती उत्सव में नारायण भारती महाराज और बाबूलाल लीलावत उपस्थित रहे। नारायण भारती महाराज ने अपने उद्बोधन में बताया कि संघ हिन्दुओं को संगठित करने की यात्रा पिछले सौ वर्षों से कर रहा हैं तथा भारत को पुन: अपनी मान्यताओं के आधार पर खड़ा करने का कार्य कर रहा है। विशिष्ट अतिथि बाबूलाल लीलावत ने कहा कि सौ वर्ष पूर्व डॉ. हेडगेवार की ओर से उगाया संघ वृक्ष अब वटवृक्ष बन चुका है।