सवाईमाधोपुर. जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े लाभार्थी एलपीजी गैस कनेक्शन की मैपिंग में रुचि नहीं दिखा रहे। यही कारण है कि लक्ष्य की तुलना में अब तक 1 लाख 39 हजार लोगों ने ही मैपिंग कराई है, जबकि रसद विभाग की ओर से जिले में 2 लाख 26 हजार लाभार्थियों को मैपिंग कराने का लक्ष्य रखा गया है। उधर, मैपिंग नहीं कराई तो पात्र लोग सब्सिडी योजना से वंचित रह जाएंगे।<br /><br />इसलिए बच रहे उपभोक्ता<br />राज्य सरकार ने गरीबों को सस्ते गैस सिलेंडर के लिए सब्सिडी की घोषणा की थी लेकिन कई लोगों के पास एक ही आधार और जनआधार पर दो एलपीजी कनेक्शन है। ऐसे में डबल कनेक्शन पकड़ में आने के डर से उपभोक्ता मैपिंग करवाने से बच रहे हैं। यदि मैपिंग नहीं करवाई तो पात्र लोग भी सब्सिड़ी योजना से वंचित हो सकते हैं। ऐसे में समय पर मैपिंग करवाना जरूरी है।<br /><br />क्या है योजना<br /><br />राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े परिवारों को राज्य सरकार 450 रुपए में घरेलू सिलेंडर उपलब्ध कराएगी। उपभोक्ता को सिलेंडर की पूरी राशि तो डिलीवरी के समय चुकानी होगी लेकिन सब्सिडी सीधे खाते में आएगी। उपभोक्ता को साल में 12 सिलेंडर का लाभ मिलेगा।<br /><br />यूं करवा सकते हैं मैपिंग<br />उपभोक्ता अपने राशन डीलर की पॉस मशीन पर एलपीजी आईडी, राशन कार्ड और जनआधार से मैपिंग करवा सकते हैं, लेकिन डबल कनेक्शन पकड़े जाने के डर से लोग ऐसा नहीं कर रहे। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े परिवारों को राज्य सरकार 450 रुपए में घरेलू सिलेंडर उपलब्ध कराएगी। उपभोक्ता को सिलेंडर की पूरी राशि तो डिलीवरी के वक्त चुकानी होगी, लेकिन सब्सिडी सीधे खाते में आएगी। उपभोक्ता को साल में 12 सिलेंडर का लाभ मिलेगा।<br />मैपिंग नहीं करवाने वाले पात्र लोगों को भी गैस सिलेंडर पर सब्सिडी नहीं मिलेगी।<br /><br />फैक्ट फाइल...<br /><br />-रसद विभाग सवाईमाधोपुर को 2 लाख 26 हजार लोगों की मैपिंग करवाने का मिला है लक्ष्य<br /><br />-अभी तक 1 लाख 39 हजार लोगों ने ही करवाई मैपिंग<br /><br />-87 हजार लोगों ने अभी तक मैपिंग नहीं करवाई<br /><br />-जिले में अब तक 64 प्रतिशत ही मैपिंग हुई<br /><br />इनका कहना है...<br /><br />लाभार्थियों को प्रेरित करने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिनकी मैपिंग नहीं हुई, उनके कारण भी पता किए जा रहे हैं। जिले में 1 लाख 39 हजार लाभार्थियों की मैपिंग हो चुकी है। शेष लाभार्थियों की भी मैपिंग करवाई जा रही है।<br />रामभजन मीणा, जिला रसद अधिकारी, सवाईमाधोपुर