<p>चंडीगढ़ की रहने वाली 50 साल की शालिनी शर्मा ने अपने बचपन के बाइक राइडिंग के शौक को जिंदा रखा है. इनकी जिंदगी में तमाम परेशानियां आईं, छोटी उम्र में ही शादी हो गई, जल्दी मां बन गईं, बेटे का जन्म हुआ, लेकिन उसको ब्रेन हेमरेज था. डॉक्टरों ने कहा कि ये पांच साल तक ही जिंदा रहेगा, लेकिन शालिनी ने हिम्मत नहीं हारी, शालिनी ने बाइक राइडिंग से ब्रेक लिया और अपने बेटे का ख्याल रखा, बेटा 27 साल तक जिंदा रहा, और फिर बेटा शालिनी का साथ छोड़ गया. शालिनी ने बेटे की बॉडी को चंडीगढ़ पीजीआई को डोनेट कर दिया. इतना कुछ होने के बावजूद शालिनी ने हिम्मत नहीं हारी. इस दौरान उनके पति उनके साथ मजबूती के साथ खड़े रहे.</p><p>शालिनी की बाइक राइडिंग के दीवानगी इस कदर है कि इन्होंने अपना बाइक राइडिंग ग्रुप बना रखा है, जिससे 85 लोग जुड़े हुए हैं. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं. बाइक राडिंग के अलावा उन्हें डांस भी पसंद है.</p>